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आईएनएस द्रोणाचार्य को प्रेसीडेंट कलर का पूर्वावलोकन पुरस्कार

आईएनएस द्रोणाचार्य को प्रेसीडेंट कलर

आईएनएस द्रोणाचार्य को प्रेसीडेंट कलर Photo Credit: PIB

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा 16 मार्च, 2023 को भारतीय नौसेना के गनरी (गोलाबारी) स्कूल, आईएनएस द्रोणाचार्य को सम्मानित प्रेसीडेंट कलर का पूर्वावलोकन पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। प्रेसीडेंट कलर या निशान राष्ट्र की असाधारण सेवाओं के लिए किसी यूनिट को भारत के सर्वोच्च कमांडर, राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया जाने वाला सबसे सम्मानित पुरस्कार माना जाता है।

आईएनएस द्रोणाचार्य को गोलाबारी तथा मिसाइल युद्धकला के सभी पहलुओें पर नौसेना के अधिकारियों और नाविकों, तटरक्षकों एवं मित्रवत विदेशी सामुद्रिक बलों के प्रशिक्षण का दायित्व सौंपा गया है। लक्ष्य पर प्रभावी तरीके से तोपखाने की प्रदायगी करने के लिए अधिकारियों और नाविकों का प्रशिक्षण आईएनएस द्रोणाचार्य का मूल फोकस है। यह समुद्री योद्धाओं को तैयार करता है और उन्हें हमारे शक्तिशाली युद्धपोतों को चलाने के लिए पेशेवर कौशल और अदम्य भावना से सुसज्जित करता है।

यह यूनिट सागर प्रहरी बल के प्रशिक्षण के लिए नोडल केंद्र और हिन्द महासागर क्षेत्र (आईओआर) के कई देशों के लिए कांस्टेबुलरी प्रचालनों में प्रशिक्षण के लिए नौसेना केंद्र भी है। यह यूनिट नौसेना और तटरक्षक में ड्रिल और समारोहों के लिए प्रशिक्षण प्राधिकरण भी है। आईएनएस द्रोणाचार्य को 2004 में गोलाबारी और मिसाइल युद्ध में उत्कृष्टता केंद्र के रूप में भी निर्धारित किया गया था। यह यूनिट संयुक्त कौशल की भावना से तोपखाना (आर्टिलरी) के भारतीय सेना स्कूल के साथ संबद्ध है। संस्थान के पूर्व छात्रों ने साहस, अटूट प्रतिबद्धता और त्रुटिहीन व्यावसायिकता के अनुकरणीय कार्यों के माध्यम से युद्ध एवं शांति काल में अपनी अलग पहचान बनाई है। संस्थान के पूर्व छात्रों में एक महावीर चक्र, कीर्ति चक्र और युद्ध सेवा पदक, पांच वीर चक्र तथा सात शौर्य चक्र पुरस्कार विजेता शामिल हैं।

गनरी स्कूल समय के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के एक स्कूल के रूप में उभरा है जो गोलाबारी तथा मिसाइल युद्धकला के सभी पहलुओं पर प्रशिक्षण प्रदान करता है। राष्ट्र के प्रति गनरी स्कूल की अनथक सेवा के सम्मान में, प्रेसीडेंट कलर आईएनएस द्रोणाचार्य को 16 मार्च 2023 को प्रदान किया जा रहा है। कलर्स की प्रस्तुति के लिए आलंकारिक परेड का आयोजन सायं 1620 बजे किया जाएगा और इसका पुनरावलोकन राष्ट्रपति द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर केरल के राज्यपाल, केरल के मुख्यमंत्री, चीफ ऑफ नैवल स्टाफ, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, दक्षिणी नौसेना कमान तथा अन्य वरिष्ठ सेना एवं सिविल गणमान्य व्यक्ति भी रहेंगे। परेड की लाइव स्ट्रीमिंग दूरदर्शन एवं भारतीय नौसेना यूट्यूब चैनल पर 1550 बजे आरंभ होगी।

स्रोत: पीआईबी

(अस्वीकरण: संदेशवार्ता डॉट कॉम द्वारा इस रिपोर्ट के केवल शीर्षक, तस्वीर और कुछ वाक्यों पर फिर से काम किया गया हो सकता है।)

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