भारतीय नौसेना 18 दिसंबर, 2024 को विशाखापत्तनम स्थित नौसेना डॉकयार्ड में अपने नवीनतम सर्वेक्षण पोत निर्देशक को कमीशन करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। माननीय रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। इस समारोह का आयोजन पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ द्वारा किया जाएगा और इसमें नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों तथा जीआरएसई प्रतिनिधियों सहित कई अन्य विशिष्ट अतिथि भाग लेंगे।
जीआरएसई कोलकाता में निर्मित इस पोत में 80% से अधिक स्वदेशी सामग्री इस्तेमाल की गयी है, जहाज के डिजाइन और निर्माण में भारत की विशेषज्ञता एवं भारतीय नौसेना के आत्मनिर्भरता पर ध्यान केंद्रित करने की पुष्टि करता है। लगभग 3800 टन भर विस्थापित करने वाला 110 मीटर लंबा यह जहाज दो डीजल इंजनों द्वारा संचालित है और अत्याधुनिक हाइड्रोग्राफिक तथा समुद्र विज्ञान सर्वेक्षण उपकरणों से सुसज्जित है।
सर्वेक्षण पोत (वृहद) परियोजना का दूसरा जहाज ‘निर्देशक’, जल सर्वेक्षण करने, नौवहन में सहायता करने और समुद्री परिचालन में सहायता करने के लिए तैयार किया गया है। यह अपने पूर्ववर्ती निर्देशक का ही परिष्कृत रूप है, जिसने 19 दिसंबर, 2014 को अपनी सेवानिवृत्ति तक 32 वर्षों के लिए भारतीय नौसेना में विशिष्ट सेवाएं दी थीं।
आईएनएस निर्देशक समुद्र में 25 दिनों से अधिक समय तक टिके रहने और 18 नॉट से अधिक की अधिकतम गति के साथ भारत की समुद्री क्षमताओं को बढ़ाने के लिए तैयार है। यह देश के जलक्षेत्र का मानचित्रण करने और विदेशी सहयोग सर्वेक्षणों के माध्यम से हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की सामरिक उपस्थिति को सशक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
स्रोत: पीआईबी
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