Site icon सन्देश वार्ता

अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सम्मेलन

अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सम्मेलन

अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सम्मेलन

माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने अभ्यास मिलन 2024 के एक भाग के रूप में आज आयोजित अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सम्मेलन का उद्घाटन किया।

अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सम्मेलन अभ्यास मिलन 2024 का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। यह संगोष्ठी वैश्विक समुद्री उत्कृष्टता का महत्वपूर्ण संगम साबित हुई है। इस परिसंवाद ने महासागरों के पार स्थित देशों के बीच सहयोग, तालमेल एवं विकास के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया है।

अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सम्मेलन में भारतीय नौसेना के नौसेनाध्यक्ष, मैत्रीपूर्ण संबंध वाले देशों के नौसेना प्रमुखों, वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों, भारत तथा मित्रवत देशों के राजदूतों, उच्चायुक्तों और नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों सहित अनेक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इन सभी विशिष्ट व्यक्तियों की उपस्थिति ने समुद्री क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय संवाद एवं सहयोग को बढ़ावा देने के महत्व को उजागर किया है।

इस सम्मेलन की विषय-वस्तु “महासागरों में साझेदार: सहयोग, तालमेल, विकास,” पर विभिन्न प्रस्तुतियों और चर्चाओं की एक शानदार श्रृंखला पेश की गई। बारह देशों के सम्मानित वक्ताओं द्वारा प्रस्तुत किए गए लेखापत्र आर्थिक विकास, समुद्री सुरक्षा, क्षमता निर्माण, जलवायु परिवर्तन शमन, नीली अर्थव्यवस्था पहल और समुद्र आधारित बुनियादी ढांचे के सतत विकास जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर केंद्रित थे।

मिलन 2024 के हिस्से के रूप में अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सम्मेलन वैश्विक समुद्री समुदाय के समक्ष आने वाली चुनौतियों को हल करने और उपलब्ध अवसरों को इस्तेमाल करने में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के स्थायी महत्व के प्रमाण के रूप में सामने आया है। इस संगोष्ठी के प्रतिभागियों ने सार्थक संवाद और साझेदारी के माध्यम से अधिक सुरक्षित, टिकाऊ एवं समृद्ध समुद्री क्षेत्र के विस्तार का मार्ग प्रशस्त करने का कार्य किया है।

 

स्रोत: पीआईबी

(अस्वीकरण: संदेशवार्ता डॉट कॉम द्वारा इस रिपोर्ट के केवल शीर्षक, तस्वीर और कुछ वाक्यों पर फिर से काम किया गया हो सकता है।)

Exit mobile version