पवन करे पुजाई: ओरिए -ओरिए मधु चुए बाजे बरहो बाजना देवी गीत की धूम
भोजपुरी देवी गीत इस समय अर्थात नवरात्र के अवसर पर लोगो के बीच धूम मचा रहे है, ऐसे में भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह ने कई देवी गीत रिलीज़ किये है परंतु सबसे कर्णप्रिय उनका पवन करे पुजाई: ओरिए -ओरिए- ओरिए मधु चुए बाजे बरहो बाजना ने एक खास पहचान बना रहा है।
यह देवी गीत भोजपुरी के फूहड़पन से अलग उन लोगो को भी खींच रहा है जो अपनी भाषा से दूर कभी कभार एक अच्छी गीत को सुनने की आश लगाए होते है। चूँकि आज देवी गीत का समय चल रहा है ऐसे में लोगो को अपनी भक्ति के एक कड़ी के रूप इस गाने को गा कर पवन सिंह ने अपने फैंस को मंत्रमुग्ध और भक्तिमय कर दिया है।
इस गाने को मात्र 1 दिन में यूट्यूब पर 1.3 मिलियन द्वारा देखा गया है जो इस गाने की स्वीकार्यता को बताता है, यह देवी गीत पारंपरिक रस में सराबोर बहुत ही कर्णप्रिय है उस पर पवन सिंह और खुशबू जैन की मधुर और रेशमी आवाज ने लोगो को दैलोक्य जैसा आनन्दित कर रहा है।
एक वर्ग जो पारंपरिक संगीत के लिए लालायित होते है उनके लिए यह गीत अपने सानिध्य में लाकर सराबोर कर देगा और अपने मूल को ढूंढने पर मजबूर कर देगा।
YouTube पर निमन भोजपुरी चैनल पर रिलीज किया गया यह गाना जबरदस्त धूम मचा रहा है। इस गाने में पवन सिंह और खुशबू जैन माँ भगवती को अपने घर में आह्वान कर रहे है और उसी ख़ुशी में माता के आने की तैयारी कर रहे है।
जहां तक पवन सिंह की बात की जाए तो उनके स्वर का तो कोई जवाब ही नहीं बहुत से और भी प्यारे गायक है और बहुत बेहतरीन है, परन्तु पवन सिंह का दूर दूर तक कोई तुलना नहीं है वो बहुमुखी गायक है, हाँ यह जरूर है कि भोजपुरी में फूहड़पन ने अपना जाल बिछा रखा जिससे पवन सिंह भी अछूते नहीं है, परन्तु माँ सरस्वती उनके कंठ में साक्षात् विराजमान है और वो समय समय पर ऐसे गाने से अपने फैंस को आनंदित कर देते है, साथ ही वैसे लोगो को भी खींच लेते है जो एक अच्छे गीत की आस में रहते है।
भोजपुरी के गायक अगर चाह दे तो, वो श्रोता या दर्शक भी निरंतर इनके साथ रहे जो भोजपुरी की निश्चल धारा वाली संगीत में अपना विश्वास रखते है, आप लोगो ने देखा या सुना होगा की ऐसे ही अरविंद अकेला कल्लू द्वारा जहरवा पियले बाबा और कल्पना द्वारा मन काशी हो गईल गाने पवित्र सावन माह में गाया गया था जो बहुत ही कर्णप्रिय अच्छे लेखन के उदहारण थे, ऐसी ही रचनाओं को सुनने के लिए श्रोता बेचैन रहते है।
इस देवी गीत के बारे में:
गायक – पवन सिंह और खुशबू जैन
गीतकार – पारंपरिक
संगीत-गोविंद ओझा
बैंजो – राशिद खान
हारमोनियम – अखलाक हुसैन वारसी
बांसुरी – मिलिंद शेओरी
गिटार और स्ट्रोक – अख्तर
शहनाई – राजिंदर
ढोलक, तबला और पार्श्व ताल-तबला सम्राट पंडित श्रीधर चारी
ढोलक – मुस्ताक खान
सभी वाद्ययंत्र एवं महिला स्वर रिकार्ड गोविंद ओझा द्वारा।
यह देवी गीत रोज ही अपने श्रोताओं को खिंच रहा है और बहुत जल्द इस देवी गीत को10 मिलियन क्लब में शामिल होते देखा जा सकता है।
इस देवी गीत को यहाँ देखें:
स्रोत: यूट्यूब