ताजा खबरराष्ट्रिय

मेक द वर्ल्ड वियर खादी

विश्व को खादी कपड़े की ओर आकर्षित करने और उसे पहनने के लिए प्रेरित करने के अभियान मेक द वर्ल्ड वियर खादी का उद्देश्य भारत की समृद्ध कपड़ा विरासत को वैश्विक फैशन रुझानों के अनुरूप बनाकर पेश करना है। यह विज्ञापन निर्माण करने वाले पेशेवरों और फ्रीलांसरों के लिए एक रोमांचक चुनौती है। पहले विश्व ऑडियो विजुअल और मनोरंजन शिखर सम्मेलन (डब्ल्यूएवीईएस) के हिस्से के रूप में यह पहल अनूठे विज्ञापन द्वारा खादी को लोकप्रिय वैश्विक ब्रांड के रूप में स्थापित करेगी। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सहयोग से भारतीय विज्ञापन एजेंसी संघ (एएएआई) द्वारा आयोजित, विज्ञापन निर्माण की यह चुनौती घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभागियों को डिजिटल, प्रिंट, वीडियो और प्रयोगधर्मी प्रारूपों में रचनात्मक विज्ञापन सामग्री बनाने के लिए आमंत्रित करती है। विशिष्ट सोच और रचनाशीलता पर केंद्रित मेक द वर्ल्ड वियर खादी विज्ञापन इस लोकप्रिय भारतीय कपड़े की ब्रांड छवि चमकाने, उपभोक्ताओं को आकर्षित करने और दुनिया भर में इसके लिए सतत चाह उत्पन्न करने के लिए नए विचारों को प्रोत्साहित करता है।

मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर और जियो वर्ल्ड गार्डन में 1 से 4 मई 2025 तक होने वाला वेव्स कार्यक्रम मीडिया और मनोरंजन (एमएण्डई) क्षेत्र में ऐतिहासिक आयोजन के प्रति आश्वस्त कराता है। अपने अनूठे हब-एंड-स्पोक मॉडल (केंद्रीय भाग और उसके इर्द-गिर्द विभिन्न आयोजन) के साथ यह अंतर्राष्ट्रीय आयोजन प्रतिभाओं को चार प्रमुख स्तंभों: प्रसारण और इन्फोटेनमेंट, एनीमेशन, विज़ुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स और एक्सटेंडेड रियलिटी, डिजिटल मीडिया और नवप्रवर्तन और फ़िल्मों के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अग्रणी पेशेवरों से जोड़ेगा। प्रसारण और सूचनायुक्त मनोरंजन-इन्फोटेनमेंट संवर्ग में मेक द वर्ल्ड वियर खादी चैलेंज, मीडिया और मनोरंजन में मजबूत ब्रांडिंग के लिए विज्ञापन और मार्केटिंग पेशेवरों को साथ लाएगा। यह चुनौती क्रिएट इन इंडिया चैलेंज का एक हिस्सा है, जो वेव्स की प्रमुख पहल है। इसमें पूरी दुनिया से 73,000 से अधिक सृजनशील व्यक्तियों और पेशेवरों ने पंजीकरण कराया है।

15 फरवरी 2025 तक मेक द वर्ल्ड वियर खादी कैम्पेन चुनौती में 112 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया है और वे रचनात्मक प्रदर्शन के लिए तैयार हैं। यह भारतीय खादी को अग्रणी बनाने के अभियान के साथ ही वैश्विक मंच पर भारत की रचनात्मक क्षमता भी स्थापित करेगा।

अभियान आवश्यकताएं

एक प्रिंट एड(400 वर्ग सेंटीमीटर/100 सीओएल सेंटीमीटर)सार्वजनिक स्थल पर लगाया जाने वाला होर्डिंग (विज्ञापन)
एक डिजिटल/सोशल मीडिया विज्ञापन  
   

कार्यक्रम विवरण

पंजीकरण आरंभ-27 जनवरी, 2025
 
पंजीकरण समाप्त-28 फरवरी, 2025
 
आरंभिक चयनित संक्षिप्त सूची-25 मार्च, 2025
 
अंतिम चयन-10 अप्रैल, 2025
 

भागीदारी दिशानिर्देश

  • विज्ञापन विविध दर्शकों को व्यापक तौर पर प्रभावित करने वाला हो
  • विज्ञापन सिंगल पीडीएफ फाइल में जमा कराया जाए और इसका आकार 5 एमबी से अधिक न हो
  • अपनी प्रविष्टि में नाम न दिया जाए। ऐसी कोई जानकारी न दी जाए जिससे प्रतिभागी की पहचान या नियोक्ता का विवरण उजागर हो। ऐसा करने से अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा
  • रचनात्मक और ब्रांडिंग विशेषज्ञों की एक समिति प्रविष्टियों का निष्पक्ष और व्यावहारिक मूल्यांकन करेगी
  • क्लिक करें यहाँ रजिस्टर करने के लिए

संबंधित लिंक लगाएं

पुरस्कार और मान्यता

नकद पुरस्कारतीन सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों को नकद पुरस्कार
वेव्स 2025 में मान्यतामुम्बई में आयोजित होने वाले वेव्स 2025 में अंतिम रूप से चयनित प्रतिभागियों को सम्‍मानित किया जाएगा
विशिष्ट प्रदर्शनअपने सृजनशील विचारों को वेव्स 2025 के आयोजन में नीति निर्माताओं, टेक्नोक्रैट और उद्यमियों के सामने प्रदर्शित करने का अवसर
नेटवर्किंग की अपार संभावनाएंअपनी सृजनशीलता से विज्ञापन उद्योग के प्रतिष्ठित दिग्गजों के साथ मिलने-जुलने का अवसर तथा राष्ट्रीय अंतर्राष्टीय मंच पर पहचान

निष्कर्ष

वेव्स मेक द वर्ल्ड वियर खादी अभियान विज्ञापन पेशेवरों और फ्रीलांसरों को अपनी रचनात्मकता और सृजनशीलता प्रस्तुत करने का अहम अवसर प्रदान करता है। पहले विश्व ऑडियो विजुअल और मनोरंजन शिखर सम्मेलन (वेव्स) के हिस्से के रूप में यह पहल महत्वपूर्ण सृजन चुनौती है जिसे भारत की रचनात्मक परिदृश्य के उन्नयन के लिए तैयार किया गया है। खादी को एक वैश्विक और आकांक्षी ब्रांड के तौर पर स्थापित करने का यह अभियान भारत के इस समृद्ध कपड़े की विरासत को सम्मान दिलाने के साथ ही मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में अनूठी सोच को भी बढ़ावा देता है। प्रतिष्ठित वेव्स 2025 का आयोजन प्रतिभागियों को प्रमुख नीति निर्माताओं, टेक्नोक्रेट और उद्यमियों के समक्ष अपने विचार प्रस्तुत करने का मंच प्रदान करता है जिससे प्रतिभागियों को काफी प्रचार मिल सकता है। वे अपने नवीन दृष्टिकोण से खादी को बढ़ावा देने और वैश्विक स्तर पर भारत के प्रभाव को व्यापक बना सकते हैं।

स्रोत: पीआईबी

(अस्वीकरण: संदेशवार्ता डॉट कॉम द्वारा इस रिपोर्ट के केवल शीर्षक, तस्वीर और कुछ वाक्यों पर फिर से काम किया गया हो सकता है।)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *