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लखनऊ में दिखे कोहरे ने, खड़े किए सवाल क्या यूपी में मॉनसून खत्म हो गया ?

लखनऊ: अभी उत्तर प्रदेश में बारिश का असर अब कम होता दिख रहा है,अतः मौसम विभाग की ओर से अगले दो से तीन दिनों में भारी बारिश की संभावना के साथ चेतावनी दी गई है। हालांकि,लखनऊ में रविवार की सुबह कुछ बदली हुई दिखी,हल्का कुहासे का असर देखने को मिला है, इसको लेकर अब सवाल यह शुरू हो गया है कि क्या बारिश का मौसम यूपी में खत्म हो गया है? आमतौर पर बारिश का मौसम खत्म होने के बाद कोहरे का असर दिखाना शुरू होता है।इससे अनुमान लगाया जाता है कि अब जाड़े की शुरुआत होने वाली है। अभी देखा जाए तो लखनऊ में सुबह कोहरे के बाद धूप निकली है,और अनुमानतः दिन में उमस बढ़ सकता है।

साथ ही लखनऊ में रविवार को शाम 5 बजे बारिश होने की संभावना जताई गई है। इससे तापमान कम होने के बाद भी लोगों को अधिक गर्मी का महसूस होगा। 94% आर्द्रता के कारण लोगों को पसीना निकालने वाली गर्मी महसूस हो सकता है। अभी शहर में अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री रहने की उम्मीद है।

प्रदेश में बरसात से स्थिति में हुआ है बदलाव
देखा जाए तो सितंबर पूरा होते-होते सूखे से गुजर रहे मॉनसून को बड़ी राहत मिली है। बीते तीन दिन से लखनऊ में लगातार रिमझिम और झमाझम का बारिश हो रही है,अमूमन एक दिन में 160 मिलीमीटर बारिश के साथ 36 साल का रेकॉर्ड भी टूट गया। सितंबर के शुर के 10 दिनों में जिले में सामान्य से 75% कम बारिश हुई थी, जो अब सामान्य से 58% ज्यादा हो चुकी है। फिर भी इसके बावजूद मॉनसून सत्र की औसत सामान्य बारिश का कोटा पूरा नहीं हो सका है। जिलों में अब भी औसत सामान्य से 18% कम बारिश हुई है,हालांकि मौसम विशेषज्ञों ने सितम्बर महीने के आखिर तक यह कोटा पूरा होने के संभावना व्यक्त की हैं।

हाल के बारिशों पर आईएमडी के रेनफॉल डेटा जारी की है, राजधानी लखनऊ में 10 सितंबर तक 59.6 मिलीमीटर औसत सामान्य के मुकाबले महज 15.2 मिलीमीटर बारिश हुई थी। अगर देखा जाए तो अब तक औसत सामान्य 110.7 मिलीमीटर के मुकाबले 175.4 मिलीमीटर दर्ज बरसात हो चुकी है। जेपी गुप्ता जो आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक है ने बताया कि 14 सितंबर को मध्य एमपी में बने कम दबाव के क्षेत्र के प्रभाव के कारण ही लगातार बारिश देखने को मिली है,और उम्मीद है कि आगे भी एक और कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है,और इसके असर से अगर बारिश हुई तो औसत सामान्य का आंकड़ा भी पूरा हो जाएगा।

कहीं ज्यादे बारिश तो कही सूखे का असर
अगर मौसम विभाग के आंकड़ों को देखा जाए तो, प्रदेश में इस वर्ष औसतन सामान्य से कम बारिश हुई है वही पूर्वी उत्तर प्रदेश में बादल पश्चिमी यूपी के मुकाबले अधिक मेहरबान हुए हैं,जहाँ सामान्य से 34% कम बादल बरसे हैं,जबकि पश्चिमी यूपी में बरसात का आंकड़ा औसत सामान्य से 42% से कम है। वही कुछ – कुछ जिलों में सामान्य से अधिक बरसात हुई है।

बादलों की आवाजाही जारी रहने की संभावना है
जेपी गुप्ता जो आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक है ने बताया कि लखनऊ सहित प्रदेश में 22 सितंबर तक बादलों की आवाजाही जारी रहेगी,और बादल-बारिश का सिलसिला भी चलता रहेगा। फिलहाल ऐसी संभावना है कि रविवार को भी शहर में आंशिक बादल छाएंगे और बौछारें पड़ेगी। 1 जून से 17 सितंबर के बीच लखनऊ में 630 मिलीमीटर औसत बारिश होती रही है,और इस बार अब तक 517.2 मिलीमीटर बारिश हुई है। लखनऊ में 18% कम बादल बरसे हैं। यूपी में 1 जून से 17 सितंबर 703.1 मिलीमीटर बारिश होगी माना जाता है। हालांकि, इस साल अब तक 442.1 मिलीमीटर बारिश ही हुई है,जो सामान्य से 37% कम बारिश है।

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