भारतीय नौसेना के पोतों- रणविजय (निर्देशित-मिसाइल विध्वंसक), कावारत्ती (एएसडब्ल्यू कार्वेट), पनडुब्बी सिंधुकेसरी और लंबी दूरी के एक समुद्री गश्ती विमान पी8आई ने सिंगापुर में सिंगापुर- भारत समुद्री द्विपक्षीय अभ्यास (सिम्बेक्स) के 30 वें संस्करण में हिस्सा लिया।
सिम्बेक्स की शुरुआत साल 1994 में हुई थी। तीन दशक पुराने इस वार्षिक अभ्यास की शुरुआत 21 सितंबर, 2023 को एक उद्घाटन समारोह के साथ किया गया, जिसमें दोनों देशों की नौसैनिकों ने हिस्सा लिया। इस समारोह में सिम्बेक्स के 30वें संस्करण के लोगो का अनावरण किया गया। वहीं, पत्तन (हार्बर) चरण में पेशेवर चर्चा व क्षेत्र के विशेषज्ञों के बीच संवाद, संयुक्त विमानन व अग्निशमन/ क्षति नियंत्रण अभ्यासों के परिचालन सहित भारत व सिंगापुर के बीच पनडुब्बी बचाव पर एक संयुक्त मानक संचालन प्रक्रिया (जेएसओपी) पर हस्ताक्षर किए गए। इस दौरान सिंगापुर में भारत के उच्चायुक्त और सिंगापुर नेवी फ्लीट कमांडर उपस्थित थे। इसके अलावा भारतीय नौसेना दस्ते के कमांडिंग अधिकारियों ने भी एक भव्य पुष्पांजलि समारोह में क्रांजी युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अभ्यास के तहत पत्तन में रहने के दौरान की गई अन्य गतिविधियों में खेल-कूद का आयोजन, क्रॉस-डेक दौरे और स्कूली बच्चों व भारतीय उच्चायोग के कर्मियों के साथ बातचीत शामिल थी।
वहीं, सिम्बेक्स- 23 के समुद्री चरण का आयोजन 25 से 28 सितंबर 2023 तक किया गया था। इसके तहत आरएसएस स्टालवार्ट, वेलोर, टेनियस, एक पनडुब्बी, समुद्री गश्ती विमान फोकर एफ-50 और लड़ाकू विमानों के साथ भारतीय नौसेना की इकाइयों जटिल समुद्री सुरक्षा अभ्यासों में हिस्सा लिया। इन अभ्यासों में उन्नत पनडुब्बी-रोधी युद्ध, सतह व वायु रक्षा अभ्यास सहित सामरिक युद्धाभ्यास और हथियार फायरिंग शामिल थे।
सिम्बेक्स- 23 एक उच्च स्तरीय नोट पर समाप्त हुआ, जो दो समुद्री देशों के बीच दोस्ती और अंतर के घनिष्ठ बंधनों की पुष्टि करता है।
दोनों समुद्री राष्ट्रों के बीच गहरी मित्रता और अंतर-परिचालनीयता के घनिष्ठ संबंधों की पुष्टि के साथ सिम्बेक्स- 23 का सफल समापन हुआ।
स्रोत: पीआईबी
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